लहेरियासराय
७.३.८४
प्रिय अनिलजी,
जय मैथिली |
कुशल छी एवं कुशलापेक्षी |
अहाँक पत्र भेटल | बड प्रसन्नता भेल जे अहाँ लहेरियासराय आबि रहल छी |
आशा अछि जे शीघ्र भगवतीक कृपासं अहाँ एहि ठाम आयब | कारण आब एते
पियास लागल अछि जे जुनि पूछू | पूरा संकल्पलोक परिवार प्रतीक्षामे अछि |
आशा अछि अहाँ सपरिवार प्रसन्न होयब |
नव-नव गीत एवं लयक संग हम सब आशा करैत छी जे अहाँ आबि रहल छी |
अहांक
शशिकांत
सुधाकांत
उमाकांत
कमलकांत
७.३.८४
प्रिय अनिलजी,
जय मैथिली |
कुशल छी एवं कुशलापेक्षी |
अहाँक पत्र भेटल | बड प्रसन्नता भेल जे अहाँ लहेरियासराय आबि रहल छी |
आशा अछि जे शीघ्र भगवतीक कृपासं अहाँ एहि ठाम आयब | कारण आब एते
पियास लागल अछि जे जुनि पूछू | पूरा संकल्पलोक परिवार प्रतीक्षामे अछि |
आशा अछि अहाँ सपरिवार प्रसन्न होयब |
नव-नव गीत एवं लयक संग हम सब आशा करैत छी जे अहाँ आबि रहल छी |
अहांक
शशिकांत
सुधाकांत
उमाकांत
कमलकांत
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