गीत- जय मिथिला जय मैथिली
माटि-पानि मिथिला केर गाबय जय मिथिला जय
मैथिली
मैथिलीक सुधि घुरि-घुरि लाबय जय मिथिला जय
मैथिली |
बाट-घाट मिथिला केर गाबय जय मिथिला जय
मैथिली
गाछ-पात मिथिला केर गाबय जय मिथिला जय
मैथिली |
खेत और खरिहान सुनाबय जय मिथिला जय मैथिली
पोखरि-माछ-मखान बखानय जय मिथिला जय मैथिली |
गामे-गाम नचनिञा गाबय जय मिथिला जय मैथिली
ढोल-झालि-हरमुनिञा बाजय जय मिथिला जय
मैथिली |
आमक डारि कोइलिया गाबय कौआ चारे-चार कहय
सूगा भोरे-भोर सुनाबय जय मिथिला जय मैथिली |
विद्यापति केर बिस्फी कहइछ आ मंडन मिश्रक
महिषी
दिनकर केर सिमरिया गाबय जय मिथिला जय
मैथिली |
यात्री-राजकमल-हरिमोहन-रेणु- मधुप आ
किरण-सुमन
मणिपद्मक संसार बखानय जय मिथिला जय मैथिली
|
‘ममता गाबय गीत’ सुनाबय ‘गामक जिनगी’ सोर
करय
‘ई बतहा संसार’ मनाबय जय मिथिला जय मैथिली
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काशी -दिल्ली-मुंबइ-चेन्नइ- कोलकाता आ
गौहाटी
अलख हैदराबाद जगाबय जय मिथिला जय मैथिली |
गीत गजल कविता और नाटक उपन्यास आ कथा पढ़ू
मैथिलीक सभ व्यथा गनाबय जय मिथिला जय
मैथिली |
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