Sunday, 18 February 2024

जय मिथिला जय मैथिली

 

                            गीत- जय मिथिला जय मैथिली


माटि-पानि मिथिला केर गाबय जय मिथिला जय मैथिली

मैथिलीक सुधि घुरि-घुरि लाबय जय मिथिला जय मैथिली |

 

बाट-घाट मिथिला केर गाबय जय मिथिला जय मैथिली

गाछ-पात मिथिला केर गाबय जय मिथिला जय मैथिली |

 

खेत और खरिहान सुनाबय जय मिथिला जय मैथिली

पोखरि-माछ-मखान बखानय  जय मिथिला जय मैथिली |

 

गामे-गाम नचनिञा गाबय जय मिथिला जय मैथिली

ढोल-झालि-हरमुनिञा बाजय जय मिथिला जय मैथिली |

 

आमक डारि कोइलिया गाबय  कौआ चारे-चार कहय

सूगा भोरे-भोर सुनाबय  जय मिथिला जय मैथिली |

 

विद्यापति केर बिस्फी कहइछ आ मंडन मिश्रक महिषी

दिनकर केर सिमरिया गाबय जय मिथिला जय मैथिली |

 

यात्री-राजकमल-हरिमोहन-रेणु- मधुप आ किरण-सुमन

मणिपद्मक संसार बखानय जय मिथिला जय मैथिली |

 

‘ममता गाबय गीत’ सुनाबय ‘गामक जिनगी’ सोर करय

‘ई बतहा संसार’ मनाबय जय मिथिला जय मैथिली |

 

काशी -दिल्ली-मुंबइ-चेन्नइ- कोलकाता आ गौहाटी

अलख हैदराबाद जगाबय जय मिथिला जय मैथिली |

 

गीत गजल कविता और नाटक उपन्यास आ कथा पढ़ू

मैथिलीक सभ व्यथा गनाबय जय मिथिला जय मैथिली |

 

No comments:

Post a Comment