Thursday, 8 March 2018

दीनता अशिक्षा और अन्हार अछि मिथिलामे

 गजल


दीनता अशिक्षा और अन्हार अछि मिथिलामे
अनगिनती  नोरक  टघार  अछि मिथिलामे


गाम बहुत अछि बिला  गेल कोसीक बाढ़िमे
अनगिनती सूखल  इनार  अछि  मिथिलामे


अल्हुआ  मडुआ आ बिसाँढ एखनहु  खेबाले’
सुतबाले’ एखनहु  पुआर  अछि  मिथिलामे


गाम  छोड़िक’ लोक  भगैए  दिल्ली  मुंबई
किछुए अनार लाखो बिमार अछि मिथिलामे


कतेक   योजना   शापित   एखनहु   जहां-तहां
एखनहु   रामक   इंतिजार   अछि   मिथिलामे


कोन   कृष्ण  कहिया  एथिन  से के जानय
दुख केर गोबर्धन पहाड़ अछि अछि मिथिलामे
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