गजल कहैछी
(गजल)
टूटल छी
तें गजल कहैछी
भूखल छी तें गजल कहैछी ।
ऑफिस-ऑफिस गेलौं हमहूं
लूटल छी तें गजल कहैछी ।
घरमे बैसल दुनिया देखू
गूगल छी तें गजल कहैछी ।
खूब जनैछी खापडिकें हम
भूजल छी तें गजल कहैछी ।
ऊखडि आर समाठ जनैए
कूटल छी तें गजल कहैछी ।
यात्रीजीक अहां बलचनमा
सूतल छी तें गजल कहैछी ।
हम खट्टर कक्का के तबला
फूटल छी तें गजल कहैछी ।
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