जपैछी वंदे मातरम्
(गीत)
हम भारत केर पूत,
पुजैछी भारती कें हम ।
जपैछी वंदे मातरम् ।।
लाल बहादुर केर नारा सँ,
गुंजि उठल छल हिंदुस्तान ।
चिकरि क कहलनि सबसँ पहिने ,
जय जवान,जय जय किसान ।।
जय जवान जय जय किसान
नारा लगबै छी हम ।
जपैछी वंदे मातरम् ।।
ताल ठोकैए हमर हिमालय,
ललकि कहै छथि जमुना -गंगा ।
फहराइते ई रहत अमर भए,
लालकिला पर हमर तिरंगा ।।
अपन स्वतंत्रता गमा एको छण,
रहि ने सकैछी हम ।
कही तें वंदे मातरम् ।।
लक्ष्मी, सुभाष आ भगत सिंह,
एखनहुँ भारतमे छथि जिबइत ।
स्वतंत्रता केर बलि - बेदी पर,
प्रान अपन अर्पित करइत ।
स्वर्ग तुच्छ आजादीक आगाँ
सैह बुझइ छी हम ।
कही तें वंदे मातरम् ।।
हम मैथिल, बंगाली वा
पंजाबी आ कि मद्रासी ।
सबहक जन्मभूमि थिक भारत,
हम सब छी भारतवासी ।।
अनेकतामे एकता केर
रंग भरैछी हम ।
कही तें वंदे मातरम् ।।
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