हमरा चिंता
कथी के ?
(गीत)
बुच्ची बढती, लिखती - पढ़ती
हमरा चिंता कथी के ?
तिलक - दहेजक दानव केर
उत्पात मचल अछि मिथिलामे
तै ले बुच्ची खडग उठौती
हमरा चिंता कथी के ?
ज्ञान और विज्ञानक सम्पति
अर्जित करती जीवनमे
नव सुरुज आ चान बनौती
हमरा चिंता कथी के ?
लोकक मोल बुझैछै एखनहु
लोक बहुत छै दुनियामे
संगी अप्पन अपनहि चुनती
हमरा चिंता कथी के ?
अपनहि श्रम सं बाट बनौती
एहि बबूर के जंगलमे
दुःख सं लड़ती आगाँ बढती
हमरा चिंता कथी के ?
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